Friday, February 7, 2014

सनसनी फेम श्री वर्धन त्रिवेदी की देख के का म्यूजिक लांच

सन्नाटे को चीरती सनसनी फिर देगी दस्तक शब्द सुनते  ही अनायास  ही जेहन  में एक  नाम कोंध जाता है वो है आवाज़ के जादूगर  श्री वर्धन त्रिवेदी का जो पिछले कई बरसो  से छोटे परदे पर क्राइम बेस शो के शहंशाह बने हुए हैं .  छोटे परदे से बड़े परदे की ओर रुख करते हुए श्री वर्धन त्रिवेदी ने अब   फ़िल्म निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।  बतौर निर्माता  उनकी पहली फ़िल्म देख के का म्यूजिक आज  पटना के पाटलिपुत्र एक्जोटिका में लांच हुआ।  इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त म्यूजिक डाइरेक्टर पॉल जैकब , फ़िल्म के निर्देशक व महुआ  टीवी  के चर्चित शो भौकाल के चैपाल  के भौकाल सिंह उर्फ़ निखिल राज , सरकार राज  ,फटा पोस्टर निकला हीरो ,एक हसीना थी  जैसे कई फिल्मो के चर्चित खलनायक ज़ाकिर  हुसैन , भोजपुरी के चर्चित खलनायक अवधेश मिश्रा , नवोदित निशु श्री , पदम् सिंका  ,  आदि मौजूद थे .  फ़िल्म का  ऑडियो इंद्रजीत म्यूजिक ने लांच किया है।  बिहार सरकार के पूर्व मंत्री गिरिराज सिंह ने फ़िल्म का  म्यूजिक रिलीज़ किया . फ़िल्म के निर्देशक व फ़िल्म के मुख्या कलाकार  निखिल राज ने देख के के बारे में बताया की इस फिल्म की कहानी मैंने तब लिखनी शुरू कर दी थी जब मैं महुआ न्यूज पर ‘‘भोकाल के चैपाल’’ नामक कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के गलियों गलियों में वे लगातार घुम रहा था। फिल्म की कहानी और घटनायें मेरे उन्हीं अनुभवों पर आधारित है जो मैंने भोकाल सिंह बन कर हर आम ईंसान, अधिकारी, नेता, प्रशासन, शहर, गांव और कस्बो  से एक अभिनेता के तौर पर अनुभव किया है। इसलिये इस फिल्म के अंदर की घटनायें कहीं ना कहीं आम दशक को अपने आप से जोड़ेगी। फ़िल्म १९८४ के सिख दंगो के साथ साथ बिहार की दो   बड़ी आपराधिक घटनाओ को भी अपने में समेटे हुए है।  सनसनी फेम श्री वर्धन त्रिवेदी भी फ़िल्म में एक अहम् भूमिका में हैं . उनके अलावा प्रकाश  जैस , श्री कांकाणी  , जीतू शास्त्री   , महेंद्र  मेवाती  , जय  हिन्द कुमार , सुब्रो भट्टाचार्य  के साथ साथ पटना व दिल्ली रंगमंच के कई कलाकार  इस फ़िल्म में दिखायी देंगे . ऑस्कर नॉमिनी बॉम्बे जयश्री , कैलेश खेर , हॉलीवुड सिंगर  योगेश्वरन माननक्कम , साउथ अफ्रीकन सिंगर   सईयों बाबा कमारा , क्लासिकल  सिंगर सुधीर रेखारी , लोक गायक  बच्चू शुक्ला जैसे देसी आवाज़ों को एक संगीतकार  को साथ मिला पॉल जैकब का जो तमिल  फ़िल्मों का जाना माना नाम है , तो दुसरा बोनी चक्रवर्ती जो हिंदी व बँगला फिल्मो के प्रसिद्द नाम है।  देख के कई विशेषताओं को अपने में समेटे हुए है मसलन , भोजपुरी फिल्मो के बैड  मैन अवधेश मिश्रा पहली बार एक पॉजिटिव भूमिका में हैं।udaybhagat@gmail.com

No comments:

Post a Comment