Thursday, January 10, 2013
फिर से भोजपुरी फिल्मों में सक्रीय हुए *पंकज केसरी*
6 महीने तक लगातार दक्षिण भारत की फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त रहने के बाद भोजपुरी सिने जगत के चर्चित नायक- *पंकज केसरी* अब फिर से भोजपुरी सिनेमा में सक्रीय हो गये हैं। जी हाँ,भोजपुरी फिल्म- माई के बेटवा से अपनी फ़िल्मी कैरियर शुरू करने के बाद अब तक 50 से ज्यादा फिल्मों में बतौर हीरो अभिनय करके भोजपुरी सिनेमा में चाकलेटी तथा ऐक्शन हीरो के रूप जाने जाते हैं।
भोजपुरी सिनेमा की मौजूदा छवि से खिन्न होकर उन्होंने दक्षिण भारत के सिनेमा की ओर रुख किया और अब तक पंकज केसरी अभिनीत साऊथ की फिल्म- प्रेमा जिंदाबाद, कंपनी तथा कालीचरण प्रदर्शित हो चुकी है, जिसके माध्यम से उन्होंने साउथ के दर्शकों के दिल में घर कर लिया है। उनकी साउथ की 4 फिल्में शीघ्र प्रदर्शित भी होने वाली है।
एक सवाल के जवाब में पंकज केसरी ने कहा कि *हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है और भोजपुरी मातृभाषा है इसीलिए हिंदी तथा अन्य भाषाओं की फिल्मों के अलावा भोजपुरी फिल्मों में हमेशा अभिनय करता रहूँगा। भोजपुरी भाषा मेरी माँ के सामान है और माँ से कोई भी बेटा ज्यादा दिन दूर नही रह सकता है। परन्तु मैं हमेशा भोजपुरी सिनेमा के अच्छी छवि के लिए संघर्ष करता रहूँगा।*
पंकज केसरी की निर्माता- विश्वनाथ, निर्देशक- सभा शर्मा की फिल्म- *सवारियाँ तोसे कैसे लागी लगन* जिसमें नायिका - मोनालिसा व शुभी शर्मा हैं , *सड़क छाप* में नायिका- अक्षरा सिंह व प्रिया शर्मा हैं तथा मनोज तिवारी के साथ *राजनीत का योद्धा* एवं पाखी हेगड़े के साथ *मन लागल सनम ससुरारी में* इत्यादि 4 फिल्में फ्लोर पर है। इसके अलावा 3 भोजपुरी फ़िल्में उन्होंने साईन भी किया है और कुछ फिल्मों पर चर्चा चल रही है।
पंकज केसरी की शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली फ़िल्में - आग, जीजाजी की जय हो, खतरा तथा जोरू का गुलाम इत्यादि हैं।
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