Sunday, December 23, 2012

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए मै नया नहीं हूँ - मनोज भावुक

भोजपुरी टेलीविजन इंडस्ट्री के जाने – माने एंकर और सुप्रसिद्ध भोजपुरी कवि मनोज भावुक अब भोजपुरी फिल्मों में भी नजर आने लगे हैं.
वर्ष 2012 के शुरुआत में हीं इनकी पहली फिल्म रीलिज हुई जिसका नाम है ,सौगंध गंगा मईया के . दूसरी फिल्म ' रखवाला' 26 जनवरी 2013 को रीलिज होने वाली है . दोनों हीं फिल्मों में मनोज ने एक ईमानदार पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका निभाई है . सौगंध गंगा मईया के के निर्देशक हैं राजकुमार आर पाण्डेय और ' रखवाला' के निर्देशक हैं असलम शेख . मनोज कहते हैं कि दोनों भोजपुरी के बड़े निर्देशक हैं और इनके साथ काम करने का अनुभव सुखद है आगे मनोज कहते हैं '' यह सच है कि अभिनय के माध्यम से फिल्मों में मेरी शुरुआत हुई है परन्तु भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए मै नया नहीं हूँ . डेढ़ दशक पुराना और गहरा नाता है . मनोज ने भोजपुरी सिनेमा के बिखरे इतिहास को सहेजने और समेटने की सफल कोशिश की है और इस कोशिश में अमिताभ बच्चन , सुजीत कुमार , राकेश पाण्डेय , कुणाल सिंह , रवि किशन , मनोज तिवारी , कल्पना समेत 50 से ज्यादा फ़िल्मी हस्तियों का साक्षात्कार किया है . मनोज के शोध आलेख भोजपुरी सिनेमा के विकास यात्रा '' की बुनियाद पर कई शोधार्थियों ने अपना शोध पूरा किया और कई लेखकों ने अपनी पुस्तकें लिखीं . इसी वर्ष 2012 में मनोज ने भोजपुरी सिनेमा के इतिहास पर एक डाक्यूमेंट्री बनाई जिसमें 1948 से लेकर 2011 तक के फिल्मों पर विहंगम दृष्टि है फिल्म की तरह अभिनय से भी मनोज का पुराना नाता है . मनोज पेरिस, यूनेस्को के बिहार केंद्र बिहार आर्ट थियेटर, कालिदास रंगालय, पटना द्वारा संचालित द्विवर्षीय नाट्यकला डिप्लोमा के टॉपर रहे हैं और अपने उत्कृष्ट अभिनय के लिए वर्ष 1999 के बिहार कलाश्री अवार्ड से नवाजे जा चुके हैं . वहाँ मनोज ने बकरा किस्तों का , मास्टर गनेसी राम , हाथी के दांत , नूरी का कहना है , बाबा की सारंगी , पागलखाना , ख्याति समेत दर्जनों नाटकों में अभिनय किया . मनोज अभिनय और लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारतीय भाषा परिषद सम्मान , भाऊराव देवरस सेवा सम्‍मान , भिखारी ठाकुर सम्मान, राही मासूम रजा सम्मान , बेस्ट एंकर अवार्ड समेत दर्जनों सम्मानों से नवाजे गए हैं..

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