अभिनेता और निर्माता इन दोहरी भूमिका को निभाना आसान नहीं होता । कम लोगो को ही इसमें सफलता मिलती है लेकिन प्रवेश लाल यादव इस मामले में खुशनसीब हैं की उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस निरहुआ एंटरटेनमेंट के बैनर तले 7 सफल फिल्में दी हैं जिनमे आखिरी दो फिल्मो ने तो भोजपुरी फिल्म जगत की दिशा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है । फ़िल्म निर्माण के साथ वे लगभग एक दर्जन फिल्मो में अभिनय भी कर चुके हैं । प्रवेश लाल की बतौर निर्माता आठवी फ़िल्म राम लखन जल्द ही बॉक्स ऑफिस पर दस्तक देने वाली है । इस फ़िल्म में निर्माता के साथ साथ अपने बड़े भाई भोजपुरी के जुबली स्टार निरहुआ के साथ अभिनय भी करते दिखेंगे । प्रवेश लाल से उनके फ़िल्मी सफ़र और निर्माण के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई । प्रस्तुत हैं कुछ अंश ---
एक अभिनेता और एक निर्माता । किसमें ज्यादा कम्फर्टेबल होते हैं आप ?
दोनों ही भूमिका एक दूसरे से अलग है । एक अभिनेता को सिर्फ अपने दृश्यों पर मेहनत करना पड़ता है जबकि एक निर्माता को फ़िल्म के प्री प्रोडक्शन से फ़िल्म के रिलीज़ होने के बाद तक काम करना पड़ता है । जहां तक मेरी बात है मैं अपने निजी जिंदगी में अनुशासित रहा हूँ । मैं किसी काम को मुश्किल नहीं समझता । एक अभिनेता के रूप में मैंने हमेशा सौ फीसदी दिया है और एक निर्माता के रूप में हर छोटी छोटी बातों का ख्याल रखता हूँ ।
कैसी फ़िल्म है रामलखन ?
निरहुआ इंटरटेनमेंट ने अभी तक अच्छी फिल्मो का ही निर्माण किया है । चलनी के चालल दुल्हा से लेकर निरहुआ रिक्शावाला 2 तक हर फिल्मो की सफलता का मूल कारण यही है । राम लखन उसी कड़ी की अगली फ़िल्म होगी जिसे परिवार के लोग एक साथ बैठकर देख सकेंगे । हमारे निर्देशक सतीश जैन ने इसमें ना सिर्फ हमसे अच्छा अभिनय कराया है बल्कि इसमें मनोरंजन का हर वो रंग डाला है जिसे हर वर्ग के दर्शक देख सकेंगे ।
आपकी भूमिका क्या है इस फ़िल्म में ?
राम लखन में मैं लखन की भूमिका में हूँ और मेरे बड़े भाई दिनेश लाल यादव निरहुआ राम की भूमिका में हूँ । चूँकि मैं घर में सबसे छोटा हूँ इसीलिए काफी लाड़ प्यार मिलता है । मेरे बड़े भाई मुझे बहुत प्यार करते हैं और पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाना चाहते हैं । पर पढ़ाई से मुझे डर सा लगता है । ज्यादा लाड प्यार की बजह से मैं खुद को बच्चा ही समझता हूँ और घर में वैसी ही हरकतें करता हूँ लेकिन वैसे यंग्री यंग मैन की तरह हूँ । पढ़ाई के दौरान ही मुझे प्यार हो जाता है ।
आपके बड़े भाई बहुत बड़े स्टार हैं , उनके साथ काम करने में कितना सहज होते हैं ?
वो सिर्फ मेरे बड़े भाई ही नहीं बल्कि मार्गदर्शक और गुरु हैं । उन्होंने सिर्फ भाई का ही नहीं पिता का फ़र्ज़ भी निभाया है । जहा तक उनके साथ काम करने की बात है तो उनसे काफी कुछ सिखने को मिलता है । वो अभिनय की हर बारीकियों से अवगत कराते हैं । चुकी हमारे बीच बहुत लगाव है तो उनकी बात को फॉलो करने में देर नहीं लगती है ।
आपकी अधिकतर फिल्मो में शुभी शर्मा आपके अपोजिट है , कोई ख़ास वजह ?
हमने अपनी पहली फ़िल्म की शुरुवात एक साथ ही की थी । संयोगवश हमने लगातार कई फिल्में की जिसके कारण हम एक दुसरे के साथ काम करने में सहज हो गए । वो ना सिर्फ अच्छी अभिनेत्री बल्कि अच्छी इंसान भी है ।
बतौर निर्देशक सतीश जैन के साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा ?
सतीश जैन एक सुलझे हुए निर्देशक हैं । एक अच्छे लेखक होने के कारण फ़िल्म का हर दृश्य उनकी जेहन में रहता है । निरहुआ इंटरटेनमेंट की निरहुआ हिंदुस्तानी और निरहुआ रिक्शावाला 2 का निर्देशन उन्होंने ही किया था । दोनों ही फिल्मो का रिजल्ट आप सभी को पता है । वे फ़िल्म की हर कड़ी को ऐसे जोड़ देते हैं जिससे पूरी फ़िल्म एक सूत्र में पिरोई लगती है और हर दृश्य जरुरी लगता है । राम लखन को भी उन्होंने अपनी दोनों फिल्मो की ही तरह पेश किया है । रिलीज़ होने के बाद आप खुद ही कह उठेंगे की हर किरदार, हर दृश्य किस तरह आपस में जुड़े हैं ।
निरहुआ इंटरटेनमेंट की आगामी योजना क्या है ?
कई फिल्मो की योजना चल रही है । कुछ का प्री प्रोडक्शन भी चल रहा है । राम लखन के रिलीज़ होने के बाद उस पर काम शुरू हो जाएगा । संभवतः अगले साल 2 फिल्में रिलीज़ होगी ।udaybhagat@gmail.com
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