बॉलीवुड गायकी में अपने गानो से करोडो लोगो को दीवाना बना देने वाले गायक तोची रैना आज भले ही एक सफल एवं संवेदनशील गायक माने जाते हैं पर बहुत कम लोगो को पता है की मायानगरी मुंबई में अपना मुकम्मल स्थान बनाने के लिए तोची को कितने पापड बेलने पड़े थे। अक्सर वक़्त मिलने पर समंदर के किनारे एकांत में लहरो की आवा जाही को शौकिया देखने वाले तोची ने एक दो नहीं बीस राते इन्ही समंदर किनारे गुजारी थी । अभी भले ही यह शौक है पर तभी ये मज़बूरी थी। २००८ में नीरज पांडेय की फिल्म ए वेडनस डे के एक गाने से अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुवात करने वाले तोची को ख्याति भी इसी साल मिल गयी देव डी के उनके गाने ओ परदेसी रे से। उसके बाद से तोची ने पीछे मूड कर नहीं देखा। ओ परदेशी रे से ये जवानी है दीवानी के गाने ओ कबीरा मान जा तक तोची ने दो दर्ज़न से भी अधिक ऐसे गाने गाये जो बच्चे बच्चो की जुबान पर छा गया। बकौल तोची गानो के बोल अगर अच्छे हो और संगीत अच्छा हो तो दर्शको को कर्णप्रिय गाना अवश्य मिलता है। तोची का मानना है की संगीत ही एक ऐसा क्षेत्र है जिसमे कोई संतुष्ट नहीं हो सकता। बहरहाल , कड़े संघर्ष के बाद बॉलीवुड संगीत में अपनी अलग छाप छोड़ने वाले तोची की आवाज़ कई बड़ी फिल्मो में सुनाई देने वाली है। udaybhagat@gmail.com
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